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अयोध्या में फिर संयोग! अचानक बदला मार्ग, नए मंदिर में प्रवेश से पहले परम भक्त के पास पहुंचे रामलला
अयोध्या में फिर संयोग! अचानक बदला मार्ग, नए मंदिर में प्रवेश से पहले परम भक्त के पास पहुंचे रामलला
भगवान रामलला के नए मंदिर की प्रतिष्ठा की तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है और बुधवार को एक ऐतिहासिक क्षण देखा गया, जब भगवान राम ने नए मंदिर में पहुंचने से पहले परम भक्त हनुमान के दरबार के पास अचानक आकर खड़े हो गए। यह दृश्य सनातनी धार्मिकों के लिए अद्भुत संयोग के रूप में था। हनुमानगढ़ी के दरवाजे पर प्रभु राम का नूतन बाल विग्रह देखकर सभी ने जय श्रीराम का जयकारा बुलाया। ऐसा मानों, प्रभु ने खुद रुक कर अपने प्रिय भक्त हनुमान का आदर किया हो।
इस सबका कारण था कि नए राम मंदिर के परिसर में जाने के लिए प्रभु राम के नूतन बाल विग्रह की यात्रा निकाली गई और नगरवासियों ने इसे भव्य स्वागत किया। पहली सूचना यह थी कि बाल विग्रह नए मंदिर के 11 नंबर गेट से प्रवेश करेगा, लेकिन अचानक मार्ग में परिवर्तन हो गया। प्राचीन मार्ग से भगवान श्रीराम के विग्रह को नए महल के परिसर में प्रवेश कराया गया। हनुमानगढ़ी, जो कनक भवन में स्थित था, से होकर भगवान श्रीराम का विग्रह नए मंदिर परिसर में पहुंचा। इसमें खास बात थी कि यह मार्ग राम मंदिर आंदोलन के समय से ही प्रचलित रहा था।
22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
हनुमानगढ़ी से दर्शन करते हुए, प्रभु राम का बाल विग्रह नए राम मंदिर के परिसर में पहुंचा। इससे पहले, सांकेतिक रूप से रामलला की प्रतिमा का नगर भ्रमण किया गया। मूर्ति निर्माण स्थल पर, रामलला के मंदिर परिसर में, नूतन विग्रह ट्रस्ट के पदाधिकारी द्वारा सुरक्षा के साथ पहुंचाया गया। 22 जनवरी को, इस भव्य मंदिर में, प्रधानमंत्री नूतन विग्रह को स्थापित करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के लिए, नूतन विग्रह को अभी विभिन्न अनाज और शोधन के लिए बस कराया जाएगा। इसके बाद, भगवान की पूरी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
सरयू घाट पर चल रही पूजा, मंदिर परिसर में पहुंचे रामलला
आज रामलला प्राण प्रतिष्ठान के अनुष्ठान का दूसरा दिन है, जिसमें रामलला मंदिर का भ्रमण होने वाला है। वैदिक विद्वान आचार्य गणेश्वर शास्त्री ने बताया कि बुधवार को विग्रह का मंदिर परिसर में भ्रमण किया जाएगा। इस अनुष्ठान की शुरुआत होगी यज्ञ मंडप के 16 स्तंभों और चारों द्वार के पूजन से। 16 स्तंभों को 16 देवताओं के प्रतीक के रूप में पूजा जाएगा और उन्हें सफेद, लाल, पीले और काले वस्त्रों में धारण कराया जाएगा। इसके बाद, चारों द्वारों को चारों वेदों के प्रतीक के रूप में पूजा जाएगा। इसके बाद, आगे के अनुष्ठान होंगे। यहां जानिए हर अपडेट:
चिड़ियाघर में 'राम' नाम वाले लोगों को टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर, गोरखपुर के चिड़ियाघर के प्रशासन ने एक अनूठी पहल की है, जिससे लोग इस ऐतिहासिक क्षण को और भी यादगार बना सकते हैं। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान के प्रशासन ने घोषणा की है कि आगामी 21 जनवरी को, जो भी लोग चिड़ियाघर आएंगे और उनके नाम में 'राम' शामिल होगा, उन्हें टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी।
इस उद्योगपूर्ण पहल के लिए लोगों को अपना आधिकारिक पहचान पत्र दिखाना होगा, ताकि वे इस अद्वितीय छूट का उपयोग कर सकें। यह नहीं सिर्फ एक सामाजिक पहल है, बल्कि यह भी लोगों को मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय अधिक भागीदारी में बढ़ने का एक मौका प्रदान कर रही है। इसके माध्यम से, शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान भी लोगों को इस ऐतिहासिक घड़ी के मौके पर समर्पित होने का संकल्प दिखा रहा है।
प्रधानमंत्री को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से रोकने के लिए याचिका दायर
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान, एक व्यक्ति ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समारोह में शामिल होने से रोकने का आरोप लगाया गया है। इस याचिका में, भोला दास नामक गाजियाबाद के एक नागरिक ने इस साल के चुनावों तक और सभी शंकराचार्यों की सहमति प्राप्त होने तक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को समारोह में शामिल होने से रोकने के लिए न्यायिक निर्देश देने का अनुरोध किया है।
याचिका में यह भी उजागर हुआ है कि शामिल होने से पहले सभी शंकराचार्यों की सहमति लेना अनिवार्य है, जिससे समारोह में राजनीतिक वातावरण से बचा जा सके। इस समय के आम चुनावों की चरणबद्धता और न्याय के हित में इस योजना की आवश्यकता को दृष्टिकोण से रखते हुए, यह याचिका एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर रोशनी डाल रही है। इसे सुनने के लिए आगामी दिनों में उच्च न्यायालय की ओर से निर्णय किया जाएगा।
मंदिर परिसर में पहुंचे रामलला
नए राम मंदिर के परिसर में आज रामलला का स्वागत किया गया है। डिप्टी कमिश्नर (डीसीएम) के माध्यम से, रामलला की प्रतिमा को राम जन्मभूमि परिसर के अंदर स्थानांतरित किया गया है। इस अद्वितीय साकार रूप की प्रतिमा का श्याम रंग है और इसकी ऊचाई 51 इंच है। 18 जनवरी को दोपहर में, राम जन्मभूमि परिसर में स्थित नवनिर्मित भवन के गर्भगृह में इस प्रतिमा की स्थापना होगी।
इस महत्वपूर्ण घड़ी में, रामलला के स्वरूप की प्रतिष्ठा होना एक अत्यंत आदर्श स्थिति है जो भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण में एक नई मोड़ चिह्नित करती है। इस समय, श्रद्धालुओं का हृदय आनंदित है और उन्हें अपने ईश्वर के साकार प्रतीक के सामीप्य और संबोधित महसूस हो रहा है।
डीसीएम के माध्यम से इस आयोजन में सुरक्षा और व्यवस्था की गई है ताकि सभी प्रदेशवासी इस महत्वपूर्ण समय का समर्थन कर सकें। रामलला की प्रतिमा के स्थानांतरण के साथ ही, राम मंदिर के नवनिर्माण का मार्ग पुनः एक नए युग की शुरुआत की जा रही है, जो भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण है।
राम मंदिर के गर्भ गृह में पूजन की तस्वीर आई सामने
अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारी जोरदार है, और इस के तहत बुधवार को देर शाम को प्रभु श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में पूजन का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर मंदिर के ट्रस्ट के सदस्यों के साथ-साथ कई पूजारियों ने भी उपस्थित थे। इस दौरान, रामलला की विग्रह को स्थान से बाहर निकालकर एक विशेष ट्रक में स्थानांतरित किया गया। इस उत्सवी मोमेंट की कई तस्वीरें मीडिया द्वारा साझा की गई हैं, जिनमें भक्तों का आत्मविश्वास और आनंद साफ दिखाई दे रहा है।
इस प्रमुख घटना से पहले, अयोध्या धाम में एक श्रृंगारिक ताहिनी के रूप में रामकथा का आयोजन भी हुआ है। यहां विभिन्न धार्मिक कथाओं और भजनों के माध्यम से भक्तों को आध्यात्मिक महात्म्य का अनुभव हो रहा है और इस दिन को एक साकार मौन मेधावी वातावरण में बदल रहा है।
इस अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण से जुड़े भक्तों और समर्थकों के लिए यह संयोग है कि वे अपनी आस्था और श्रद्धांजलि व्यक्त करने का एक अद्वितीय अवसर आनंदित कर रहे हैं। राम मंदिर के निर्माण का यह महत्वपूर्ण कदम भारतीय समाज के लिए एक सांस्कृतिक और धार्मिक पुनर्निर्माण की ओर महत्वपूर्ण कदम है।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले के अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन ‘कलश पूजन’ किया गया
22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले, दूसरे दिन बुधवार को, सरयू नदी के तट पर विशेष अनुष्ठानों का आयोजन किया गया है। इस सम्मानयज्ञ के तहत, मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि मंगलवार को शुरू हुए अनुष्ठानों का कार्यक्रम बुधवार को सरयू नदी के तट पर 'कलश पूजन' के साथ आगे बढ़ा।
यह सार्वजनिक घटना मंदिर के प्रारंभ से ही धार्मिक अनुष्ठानों के महत्वपूर्ण और पवित्र पदार्थों के साथ आयोजित किए जा रहे इस समारोह का हिस्सा है। इस अवसर पर, सरयू नदी के किनारे स्थित यजमान ने 'कलश पूजन' का सम्मानित कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें समृद्धि और शुभकामनाओं का संदेश समर्पित किया गया।
इस महत्वपूर्ण घटना के माध्यम से, समर्पण और आदर्शवाद के साथ राम मंदिर के निर्माण की योजना का महत्वपूर्ण पड़ाव नजर आ रहा है। भक्तों और आदर्शवादियों के लिए यह एक अद्वितीय और आनंदमय समय है, जो इस ऐतिहासिक क्षण का समर्थन करने के लिए एकजुट हो रहे हैं।
वाराणसी, लखनऊ, बरसाना समेत 6 जिलों से अयोध्या के लिए हेलीकॉप्टर सेवा
योगी सरकार ने तय किया है कि राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से अयोध्या धाम के दर्शन कराएगी। सरकार प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत लखनऊ से करने का प्रस्ताव किया है। सरकार ने प्रदेश के 6 जिलों से होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता ऑपरेटर का चयन किया है, जो ऑपरेशनल मॉडल पर हेली सर्विसेस की सेवाएं प्रदान करेगा। राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर सेवा गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा और आगरा से मिलेगी। इसके अलावा, आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जिलों से भी इस सुविधा को जल्दी शुरू किया जाएगा। इस सुविधा का प्रबंधन प्रदेश के पर्यटन विभाग को सौंपा गया है, और इसका लाभ उठाने के लिए श्रद्धालुओं को पहले से ही बुकिंग करवानी होगी।
हर दुकान-हर मकान में गूंज रहा केवल 'जय श्रीराम-सीताराम
पौष मास, शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शुभारंभ रामनगरी में हो गया है। इस अयोध्या की हर दुकान, हर मकान, हर सड़क, हर रास्ते पर सिर्फ जय श्रीराम की आध्यात्मिक अनुभूति महसूस की जा रही है। इस साथ, नवीन अयोध्या भी विरासत और आधुनिकता का समावेश कर रही है। एक ओर आधुनिक अयोध्या त्रेतायुगीन वैभव से सजने लगी है, जबकि दूसरी ओर रामपथ की दुकानों पर लहरा रही राम पताका आकर्षित कर रही है। सिर्फ पांच दिन बचे हैं, जब श्रीरामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, और इस अद्भुत दृश्य की प्रतीक्षा रामभक्तों को उत्सुक कर रही है। इस सुविधा की घड़ी में रामभक्तों का हृदय आनंद से भरा हुआ है।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट होगा
श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दूरदर्शन द्वारा किया जायेगा, मीडिया एडवाइजरी जारी, केवल दूरदर्शन के लिए पास श्रीरामलला परिसर के जारी होंगे। मीडिया से सम्बंधित लोगों की पार्किंग स्फटिकशिला पार्किंग स्थल पर होगी तथा मीडिया के लिए मीडिया सेन्टर एवं राम की पैड़ी के लिए पास जारी किये जायेंगे। मीडिया सेन्टर रामकथा संग्रहालय 18 जनवरी दोपहर से पूर्ण रूप से सक्रिय हो जायेगा।
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